बुधवार, 7 दिसंबर 2011

हास्य कविता निरंतर की कलम से.........: सिर्फ गधे क्यों रेंक रहे हैं ? (हास्य कविता)

हास्य कविता निरंतर की कलम से.........: सिर्फ गधे क्यों रेंक रहे हैं ? (हास्य कविता): पशु मेले का उदघाटन करने नेताजी पधारे उनके आते ही सारे गधे ढेंचू ढेंचू करने लगे नेताजी चकरा गए चमचे से पूछने लगे बाकी जानवर चुप हैं सिर्फ ग...

0 टिप्पणियाँ:

Add to Google Reader or Homepage

 
Design by Free WordPress Themes | Bloggerized by Lasantha - Premium Blogger Themes | cna certification